
शब्दों की वर्तनी,उनकी व्युत्पत्ति,व्याकरणनिर्देश,अर्थ,परिभाषा,प्रयोग और पदार्थ
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Name | Hindi Sanskrit Chitrakosh |
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Version | 1.6 |
Update | Jan 03, 2021 |
Size | 81 MB |
Category | Education |
Installs | 50K+ |
Developer | Srujan Jha |
Android OS | Android 4.1+ |
Google Play ID | com.srujanjha.visualhindidictionary |
Hindi Sanskrit Chitrakosh · Description
शब्दकोश एक बडी सूची या ऐसा ग्रंथ जिसमें शब्दों की वर्तनी, उनकी व्युत्पत्ति, व्याकरणनिर्देश, अर्थ, परिभाषा, प्रयोग और पदार्थ आदि का सन्निवेश हो । शब्दकोश एकभाषीय हो सकते हैं, द्विभाषिक हो सकते हैं या बहुभाषिक हो सकते हैं। अधिकतर शब्दकोशों में शब्दों के उच्चारण के लिये भी व्यवस्था होती है, जैसे - अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक लिपि में, देवनागरी में या आडियो संचिका के रूप में । कुछ शब्दकोशों में चित्रों का सहारा भी लिया जाता है । अलग-अलग कार्य-क्षेत्रों के लिये अलग-अलग शब्दकोश हो सकते हैं; जैसे - विज्ञान शब्दकोश, चिकित्सा शब्दकोश, विधिक (कानूनी) शब्दकोश, गणित का शब्दकोश आदि।
सभ्यता और संस्कृति के उदय से ही मानव जान गया था कि भाव के सही संप्रेषण के लिए सही अभिव्यक्ति आवश्यक है। सही अभिव्यक्ति के लिए सही शब्द का चयन आवश्यक है। सही शब्द के चयन के लिए शब्दों के संकलन आवश्यक हैं। शब्दों और भाषा के मानकीकरण की आवश्यकता समझ कर आरंभिक लिपियों के उदय से बहुत पहले ही आदमी ने शब्दों का लेखाजोखा रखना शुरू कर दिया था। इस के लिए उस ने कोश बनाना शुरू किया। कोश में शब्दों को इकट्ठा किया जाता है।
प्रस्तुत कोश एक प्रयोग है । विभिन्नप्रकार के व्यावहारिक शब्दों का संग्रह कर के उनका यित्र संकलित कर के इस कोश का निर्माण किया जा रहा है । यह मात्र इक दिशा है । इसमे हिन्दी शब्द लिए गए हैं उनके हिन्दी अर्थ पिरयोगादि । फिर संस्कृत अर्थ तथा उन संस्कृत शब्दों का कोश आदि भी संकलित करने का प्रयास किया गया है । साथ ही चित्र भी दिया गया है । आशा है यह प्रयास संस्कृत सीखने वालों के लिए सार्थक सिद्ध होगा ।
सभ्यता और संस्कृति के उदय से ही मानव जान गया था कि भाव के सही संप्रेषण के लिए सही अभिव्यक्ति आवश्यक है। सही अभिव्यक्ति के लिए सही शब्द का चयन आवश्यक है। सही शब्द के चयन के लिए शब्दों के संकलन आवश्यक हैं। शब्दों और भाषा के मानकीकरण की आवश्यकता समझ कर आरंभिक लिपियों के उदय से बहुत पहले ही आदमी ने शब्दों का लेखाजोखा रखना शुरू कर दिया था। इस के लिए उस ने कोश बनाना शुरू किया। कोश में शब्दों को इकट्ठा किया जाता है।
प्रस्तुत कोश एक प्रयोग है । विभिन्नप्रकार के व्यावहारिक शब्दों का संग्रह कर के उनका यित्र संकलित कर के इस कोश का निर्माण किया जा रहा है । यह मात्र इक दिशा है । इसमे हिन्दी शब्द लिए गए हैं उनके हिन्दी अर्थ पिरयोगादि । फिर संस्कृत अर्थ तथा उन संस्कृत शब्दों का कोश आदि भी संकलित करने का प्रयास किया गया है । साथ ही चित्र भी दिया गया है । आशा है यह प्रयास संस्कृत सीखने वालों के लिए सार्थक सिद्ध होगा ।