Swami Vivekananda Quotes in Hindi & English स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन
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नाम | स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन |
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संस्करण | 1.3 |
अद्यतन | 07 जुल॰ 2024 |
आकार | 9 MB |
श्रेणी | शिक्षा |
इंस्टॉल की संख्या | 10हज़ार+ |
डेवलपर | Shrii Aarya |
Android OS | Android 5.0+ |
Google Play ID | com.shriiaarya.swamivivekanand |
स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन · वर्णन
स्वामी विवेकानंद जयंती: 12 जनवरी, 1863 को स्वामी विवेकानंद का जन्म नरेंद्र नाथ दत्ता के रूप में कोलकाता में एक कुलीन बंगाली कायस्थ परिवार में हुआ था। जैसे ही वे दक्षिणेश्वर के संत स्वामी रामकृष्ण परमहंस के शिष्य बने, उन्होंने सांसारिक सुखों को त्याग दिया और मानवता की सेवा के लिए संन्यासी बन गए।
वे वेदांत और योग के भारतीय दर्शन को विश्व मानचित्र पर रखने के लिए प्रसिद्ध हुए। अपने भाषणों और व्याख्यानों के माध्यम से, विवेकानंद ने लोगों में धार्मिक चेतना जगाने और व्यावहारिक वेदांत के सिद्धांतों का उपयोग करके दलितों के उत्थान का भी प्रयास किया। 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में अपने प्रतिष्ठित भाषण के साथ ही उन्होंने व्यापक मान्यता प्राप्त की क्योंकि उन्होंने सार्वभौमिक स्वीकृति, सहिष्णुता और धर्म जैसे विषयों को छुआ था। भाषण ने उन्हें संसद में स्टैंडिंग ओवेशन भी दिया।
उनकी जयंती पर, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है,
प्रेरणा के अपार स्रोत स्वामी विवेकानंद की कही एक-एक बात हमें उर्जा से भर देती है। अपने अल्प जीवन में ही उन्होंने पूरे विश्व पर भारत और हिंदुत्व की गहरी छाप छोड़ दी। शिकागो में दिया गया उनका भाषण आज भी लोकप्रिय है और हमें हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आभास कराता है।
स्वामी जी जीवन का एक-एक क्षण जन सेवा में लगाते थे और ऐसा ही करने के लिए सभी को प्रेरित करते थे। आइये आज हम इस महापुरुष के अनमोल विचारों को इस App के माध्यम से जानते हैं।
वे वेदांत और योग के भारतीय दर्शन को विश्व मानचित्र पर रखने के लिए प्रसिद्ध हुए। अपने भाषणों और व्याख्यानों के माध्यम से, विवेकानंद ने लोगों में धार्मिक चेतना जगाने और व्यावहारिक वेदांत के सिद्धांतों का उपयोग करके दलितों के उत्थान का भी प्रयास किया। 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में अपने प्रतिष्ठित भाषण के साथ ही उन्होंने व्यापक मान्यता प्राप्त की क्योंकि उन्होंने सार्वभौमिक स्वीकृति, सहिष्णुता और धर्म जैसे विषयों को छुआ था। भाषण ने उन्हें संसद में स्टैंडिंग ओवेशन भी दिया।
उनकी जयंती पर, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है,
प्रेरणा के अपार स्रोत स्वामी विवेकानंद की कही एक-एक बात हमें उर्जा से भर देती है। अपने अल्प जीवन में ही उन्होंने पूरे विश्व पर भारत और हिंदुत्व की गहरी छाप छोड़ दी। शिकागो में दिया गया उनका भाषण आज भी लोकप्रिय है और हमें हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आभास कराता है।
स्वामी जी जीवन का एक-एक क्षण जन सेवा में लगाते थे और ऐसा ही करने के लिए सभी को प्रेरित करते थे। आइये आज हम इस महापुरुष के अनमोल विचारों को इस App के माध्यम से जानते हैं।