आयुर्विज्ञान शिक्षा
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नाम | शिश्न - संरचना |
---|---|
संस्करण | 1.8 |
अद्यतन | 12 दिस॰ 2022 |
आकार | 13 MB |
श्रेणी | चिकित्सा |
इंस्टॉल की संख्या | 1हज़ार+ |
डेवलपर | Adm111 |
Android OS | Android 5.0+ |
Google Play ID | com.historyisfun.penisanatomyformedicaleduation |
शिश्न - संरचना · वर्णन
शिश्न (Penis) कशेरुकी और अकशेरुकी दोनो प्रकार के कुछ नर जीवों का एक बाह्य यौन अंग है।
तकनीकी रूप से शिश्न मुख्यत: स्तनधारी जीवों में प्रजनन हेतु एक प्रवेशी अंग है, साथ ही यह मूत्र निष्कासन हेतु एक बाहरी अंग के रूप में भी कार्य करता है। शिश्न आमतौर स्तनधारी जीवों और सरीसृपों में पाया जाता है।
हिन्दी में शिश्न को लिंग भी कहते हैं पर, इन दोनो शब्दों के प्रयोग में अंतर होता है, जहाँ शिश्न का प्रयोग वैज्ञानिक और चिकित्सीय संदर्भों में होता है वहीं लिंग का प्रयोग आध्यात्म और धार्मिक प्रयोगों से संबंद्ध है। दूसरे अर्थो में लिंग शब्द, किसी व्यक्ति के पुरुष (नर) या स्त्री (मादा) होने का बोध भी कराता है। हिन्दी में सभी संज्ञायें या तो पुल्लिंग या फिर स्त्रीलंग होती हैं।
मार्क :
-नग्नता वाले कॉन्टेंट को तब ही अनुमति दी जा सकती है, जब उसका मुख्य मकसद शिक्षा देना, डॉक्यूमेंट्री, वैज्ञानिक या कलात्मक हो.
तकनीकी रूप से शिश्न मुख्यत: स्तनधारी जीवों में प्रजनन हेतु एक प्रवेशी अंग है, साथ ही यह मूत्र निष्कासन हेतु एक बाहरी अंग के रूप में भी कार्य करता है। शिश्न आमतौर स्तनधारी जीवों और सरीसृपों में पाया जाता है।
हिन्दी में शिश्न को लिंग भी कहते हैं पर, इन दोनो शब्दों के प्रयोग में अंतर होता है, जहाँ शिश्न का प्रयोग वैज्ञानिक और चिकित्सीय संदर्भों में होता है वहीं लिंग का प्रयोग आध्यात्म और धार्मिक प्रयोगों से संबंद्ध है। दूसरे अर्थो में लिंग शब्द, किसी व्यक्ति के पुरुष (नर) या स्त्री (मादा) होने का बोध भी कराता है। हिन्दी में सभी संज्ञायें या तो पुल्लिंग या फिर स्त्रीलंग होती हैं।
मार्क :
-नग्नता वाले कॉन्टेंट को तब ही अनुमति दी जा सकती है, जब उसका मुख्य मकसद शिक्षा देना, डॉक्यूमेंट्री, वैज्ञानिक या कलात्मक हो.